PAN Card Aadhar News
पिछले कुछ दिनों में पैन कार्ड और आधार कार्ड को लेकर कई कड़े बदलाव और कोर्ट के महत्वपूर्ण फैसले सामने आए हैं। ये बदलाव खासतौर से पैन-आधार लिंकिंग पर केंद्रित हैं, और सोशल मीडिया पर अफवाह है कि पैन या आधार ‘बंद’ हो जाएंगे, लेकिन सच क्या है? इस 500 शब्द की हिंदी रिपोर्ट में जानते हैं पूरी अपडेट:
भारत के सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में साफ कर दिया है कि आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी भारतीय नागरिकता का प्रमाण नहीं हैं। ये सिर्फ आपकी पहचान और सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए मान्य दस्तावेज हैं, नागरिकता का नहीं। कोर्ट ने कहा—केवल इन दस्तावेजों से कोई भारतीय नागरिक नहीं बन सकता है। नागरिकता के लिए अन्य वैध, दस्तावेजों की जरूरत है।
PAN और आधार कार्ड ‘बंद’ होंगे?
यह अफवाह है कि पैन या आधार कार्ड बंद हो जाएंगे। सच्चाई यह है कि दोनों सरकारी पहचान हेतु जरूरी हैं और बंद नहीं होंगे, लेकिन नियम जरूर बदल रहे हैं।
नया पैन कार्ड: 1 जुलाई 2025 से नया पैन कार्ड केवल आधार कार्ड पर ही बन सकता है। बिना आधार कार्ड के पैन के लिए आवेदन संभव नहीं होगा। पुराने वैकल्पिक दस्तावेज माने नहीं जाएंगे।
पैन-आधार लिंकिंग: यदि आपने पुराने पैन कार्ड को 31 दिसंबर 2025 तक आधार से लिंक नहीं किया तो आपका पैन कार्ड 1 जनवरी 2026 से निष्क्रिय (इन-एक्टिव) हो जाएगा। निष्क्रिय पैन से इनकम टैक्स, बैंकिंग और अन्य वित्तीय कार्य नहीं हो पाएंगे।
PAN Card Aadhar News
जुर्माना: समय पर लिंकिंग नहीं करने पर 1,000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है। कई जगह 10,000 रुपये की अफवाह है, लेकिन वह टैक्स फ्रॉड या बहु-पैन पर लागू है, सामान्य लिंकिंग देर पर नहीं।
सरकार की बड़ी पहल – PAN 2.0
सरकार ने पैन 2.0 योजना के तहत नए पैन कार्ड में QR कोड जोड़ा है, जिससे पहचान और प्रमाणीकरण और मजबूत होगा। डिजिटल इंडिया और टैक्स सिस्टम की पारदर्शिता के लिए यह बड़ा कदम है।
आम नागरिक के लिए हिदायतें
केवल आधिकारिक सरकारी वेबसाइट या पोर्टल से ही पैन-आधार लिंकिंग या नया आवेदन करें।
किसी अनजान लिंक, ईमेल, कॉल या मैसेज पर क्लिक कर जानकारी न दें, फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं।
बिना आधार कार्ड अब नया पैन बनवाना संभव नहीं होगा, ध्यान रखें!
निष्कर्ष
पैन और आधार कार्ड बंद नहीं होंगे, लेकिन नए कड़े नियम लागू हैं: नया पैन आधार से ही, पुराने पैन की अनिवार्य लिंकिंग, तय डेडलाइन पर ध्यान दें। सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट ने नागरिकता केस में इनके सीमित दायरे को स्पष्ट किया है। इसलिए समय रहते अपना पैन-आधार लिंक करवाएं, नियमों का पालन करें और अफवाहों से बचें।