UPI and Income Tax Notice: UPI से रोजाना करते हैं इतनी पेमेंट तो सावधान !
डिजिटल युग में UPI (Unified Payments Interface) से लेनदेन आम बात हो गई है। लोग छोटे-बड़े पेमेंट, शॉपिंग, किराना, सर्विस पेमेंट यहाँ तक कि फ्रीलांसिंग इनकम तक सब UPI से हासिल कर रहे हैं। लेकिन अगर आप UPI से हर रोज़ बड़ी रकम ट्रांसफर करते हैं, तो Income Tax की नजर आप पर भी हो सकती है। जानिए क्या है लिमिट, किन बातों का रखना है ध्यान, और कब आ सकता है इनकम टैक्स का नोटिस:
कितना ट्रांसफर कर सकते हैं?
ज्यादातर बैंकों में UPI से एक दिन में ₹1,00,000 (1 लाख) तक पेमेंट की लिमिट होती है। कुछ बैंक अथवा ऐप्स विशेष मामलों में घटा या बढ़ा सकती हैं।
एक दिन में अधिकतम 20 ट्रांजैक्शन (व्यक्ति-से-व्यक्ति), और राशि की सीमा बैंक पर निर्भर करती है।
अगर एक बार में बहुत ज्यादा पेमेंट करना है तो बैंक में रिक्वेस्ट द्वारा लिमिट बढ़ाने का विकल्प मौजूद है।
Income Tax Notice कब आ सकता है?
केवल पेमेंट करने या लेने से टैक्स नहीं लगता, लेकिन अगर UPI के जरिए आपकी सालाना इनकम सरकार की टैक्स सीमा से ज़्यादा हो जाती है (जैसे ₹2.5 लाख या ज्यादा, स्लैब के अनुसार), और ये इनकम सेवाओं/व्यापार से है, तो आपको ITR में इसे डिस्क्लोज करना जरूरी है।
घर खर्च, दूध-सब्जी, रिचार्ज जैसी घरेलू ट्रांजैक्शन पर टैक्स नहीं, लेकिन रिपीटेड या बड़ी रकम, खासकर किसी सेवा के बदले पेमेंट, पर विभाग सवाल उठा सकता है।
अगर फ्रीलांसिंग, ट्यूशन, ऑनलाइन डिज़ाइनिंग या ऐसा कोई काम करते हैं और पेमेंट UPI/Bank खाते में आता है तो इसे अपनी टैक्स फाइलिंग में दिखाएं।
क्यों सावधान रहें:
सरकार NPCI और बैंक से डेटा मांगकर बार-बार UPI या एक जैसे पैटर्न की ट्रांजैक्शन पर निगरानी रखती है।
अगर अकाउंट में बार-बार एक ही नंबर से/को बड़ी रकम जा रही हो, या इनकम का सोर्स साफ न दिखे, तो Income Tax Department नोटिस भेज सकता है।
कमाई का सोर्स स्पष्ट न दिखने, या इनकम छुपाने पर पेनल्टी/जुर्माना लग सकता है और नोटिस भी आ सकता है।
UPI का सुरक्षित उपयोग कैसे करें?
कभी भी UPI PIN किसी के साथ शेयर न करें।
सिर्फ ट्रस्टेड ऐप्स एवं वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें।
हर बड़े UPI ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड रखें और बैंक स्टेटमेंट नियमित चेक करें।
संदिग्ध लिंक, स्कैम कॉल या फर्जी प्रलोभन से सावधान रहें।
टैक्स से बचने के टिप्स
UPI से जो भी इनकम हो, उसे समय पर टैक्स रिटर्न में दिखाएं।
अगर आप व्यापारी/फ्रीलांसर हैं, तो GST/ITR नियमों का पालन करें।
घरेलू खर्च और बिजनेस इनकम को अलग-अलग रखें।
संदेहास्पद ट्रांजैक्शन/गैरकानूनी तरीके से पैसे लेना-बेचना बंद करें।
निष्कर्ष
अगर आप केवल व्यक्तिगत और घरेलू जरूरतों के लिए UPI इस्तेमाल करते हैं और आपकी सालाना कमाई टैक्स सीमा से कम है, तो घबराने की जरूरत नहीं। लेकिन बिजनेस, प्रोफेशनल अथवा फ्रीलांसिंग इनकम UPI से पा रहे हैं, तो उसे जरूर ITR में दर्शाएं। सावधानी के अभाव में Income Tax Notice आ सकता है, जिससे बचना हर समझदार नागरिक की जिम्मेदारी है