Weather News 2025
Weather News 2025 : बिहार मौसम विभाग ने 11 जिलों के लिए जारी किया अलर्ट !
देशभर में मौसम का कहर: 80 साल का रिकॉर्ड टूटा, 180 किमी/घंटा की रफ्तार से तूफान और 11 राज्यों में भारी बारिश देशभर में मौसम ने 80 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले कई दिनों से मॉनसून का प्रकोप जारी है, जिससे 11 से ज्यादा राज्य बुरी तरह प्रभावित हैं। कई इलाकों में 180किमी/घंटा तक की रफ्तार से आंधी-तूफान और भारी बारिश हो रही है, जिससे जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ है।
कहां-कहां हुआ सबसे ज्यादा असर
उत्तर प्रदेश: राज्य के शाहजहांपुर, बलिया, बांदा, फरुर्खाबाद, प्रयागराज, वाराणसी समेत कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ से हालात खराब हैं। सड़कों और रेल पटरियों पर पानी भर गया है, जिससे आवागमन ठप हो गया है। लाखों लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
बिहार: पटना, भागलपुर, सीतामढ़ी समेत कई जिलों में बाढ़ और भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई जगहों पर बिजली गिरने, बांध टूटने और मकानों को नुकसान की घटनाएं सामने आई हैं, 80 साल का बारिश का रिकॉर्ड टूटा है।
उत्तराखंड: नैनीताल, रामनगर समेत पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश से नदियां उफान पर हैं और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं।
हिमाचल प्रदेश: बारिश और लैंडस्लाइड के चलते जान-माल का नुकसान हुआ है, कई सड़कें बंद हैं, नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़: आने वाले दिनों में भारी बारिश का नया दौर शुरू हो सकता है।
अन्य प्रभावित राज्य: झारखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा आदि में भी तेज बारिश, आंधी और बाढ़ जैसी स्थिति है।
क्या कहता है मौसम विभाग
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले एक हफ्ते तक देश के कई क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तराखंड, हिमाचल, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए खासकर अलर्ट जारी किया गया है।
तबाही की कुछ झलकियाँ
बिहार में अब तक बाढ़ के कारण 26 से ज़्यादा लोगों की मौत।
कई राज्यों के रेलवे, सड़क ट्रैफिक और बिजली व्यवस्था बाधित।
मकान, फसलें और स्कूलों को गंभीर नुकसान, करोड़ों का आर्थिक घाटा।
लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है, राहत कार्य लगातार जारी
विशेषज्ञों की राय
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बार मौसम में भारी बदलाव का प्रमुख कारण वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, बंगाल की खाड़ी की हवाएँ और जलवायु परिवर्तन की बढ़ती घटनाएं हैं। विशेषज्ञ इस लगातार बढ़ती घटनाओं को गंभीर चेतावनी मान रहे हैं।
निष्कर्ष
इस भीषण मौसम के चलते 80 साल का बारिश का रिकॉर्ड टूट गया है, 11 से अधिक राज्य बाढ़ और तबाही की जद में आ गए हैं, और अगले कई दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी है। लोगों से सुरक्षित जगह पर रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है